US WTI Crude Oil का वायदा भाव नेगेटिव होने पर MCX ने भारत में 1 रुपये तय की सेटलमेंट प्राइस


नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार रात मई महीने के क्रूड ऑयल WTI का वायदा भाव शून्य से नीचे आ गया था। 21 अप्रैल को पूरे हुए इस मई अनुबंध के यूएस WTI क्रूड ऑयल का वायदा भाव सोमवार रात -37.63 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया था। वहीं, एमसीएक्स पर अप्रैल महीने का क्रूड ऑयल का अनुबंध, सोमवार को शाम पांच बजे 965 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ है। इसके बाद एमसीएक्स ने सोमवार देर रात एक सर्कुलर जारी किया जिसमें उसने लिखा, 'अनुबंध की सेटलमेंट प्राइस अभी के लिए एक रुपया प्रति बैरल तय की जाती है और अंतिम निर्णय के बारे में घोषणा कर दी जाएगी।'


भारत के प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स द्वारा अंतरिम सेटलमेंट प्राइस को एक रुपये प्रति बैरल तय करने से अब कुछ कारोबारियों का कहना है कि एमसीएक्स ने यह कदम बड़े ब्रोकर्स को करोड़ों रुपये के नुकसान से बचाने के लिए उठाया है। दरअसल, एमसीएक्स पर अप्रैल महीने का क्रूड का वायदा बाजार सोमवार शाम ही बंद हो जाने से भारत के और यूएस के भाव में काफी बड़ा अंतर आ गया है। भारत में यह 965 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ है और यूएस क्रूड ऑयल NYMEX पर सोमवार रात -37 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था।


इस तरह गणना करें तो यूएस और भारत के सेटलमेंट प्राइस में 3,777 रुपये प्रति बैरल का अंतर है। इस गणना में एक डॉलर की कीमत 76 रुपये मानी गई है। जिसके अनुसार (-37x76= -2812)+965 =3,777 रुपये है। इस गणना में मई वायदा के यूएस क्रूड WTI के भाव -37 डॉलर को 76 से गुणा किया जिससे इसका रुपये में मूल्य -2812रुपये आया। अब एमसीएक्स पर अप्रैल अनुबंध के लिए बंद हुए क्रूड ऑयल के भाव 965 रुपये को इसमें जोड़ा तो कुल 3,777 रुपये आए।


सेबी इस स्थिति से अवगत है और सक्रिय रूप से इस मुद्दे को देख रही है। हालांकि, यह मामला अब सरकारी अथॉरिटीज तक भी पहुंच गया है। अथॉरिटीज चाहती हैं कि अगर एक्सचेंज ने नियमों के खिलाफ काम किया है या किसी विशेष ब्रोकर को फायदा पहुंचाने के लिए कोई कदम उठाया है, तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। मंगलवार दोपहर खबर लिखते समय एमसीएक्स एक्सचेंज पर 18 मई 2020 के क्रूड ऑयल का वायदा भाव 17.95 फीसद या 318 रुये की गिरावट के साथ 1454 रुपये प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था।