नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन पर बड़ा दारोमदार है। शुक्रवार को उन्होंने कोरोना मरीजों के इलाज में जुटे राम मनोहर लोहिया और सफरदजंग अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कोरोना मरीजों के इलाज में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों की तारीफ करते हुए कहा कि पूरे देश को उनपर गर्व है। देश आपके योगदान और त्याग को हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना दूसरे देशों में तबाही मचा रहा है वैसा हम सबने मिलकर भारत में करने से रोका है।
'सबने मिलकर रोका कोविड का तूफान'
सफदरजंग अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टर से लेकर सफाई कर्मियों तक की तारीफ करते हुए कहा, 'यह बीमारी तूफान और आंधी की तरह की तरह देश में आ सकती थी, जैसे दूसरे देशों में आई है, लेकिन हमारे डॉक्टरों, नर्सों, पैरा मैडिकल स्टाफ, हेल्थ मिनिस्ट्री अडवाइजरी ग्रुप, आईसीएमआर ने मिलकर इसे रोका है। सबने एक टीम के रूप में काम किया। इसी का परिणाम है कि जिस कोविड के तूफान ने सारी दुनिया में इसने तबाही मचा दी है, उसे भारत कंट्रोल करने की स्थिति में है।'
'डब्ल्यूएचओ से पहले शुरू की तैयारी'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'चीन ने 31 दिसंबर को बताया था कि हमारे यहां निमोनिया के गंभीर केस आ रहे हैं। फिर 7 जनवरी को डब्ल्यूएचओ को बताया कि नया कोरोना वायरस आया है, उसी वजह से लोग प्रभावित हो रहे हैं। हम लोगों ने इंतजार नहीं किया और 8 जनवरी से योजना बनानी शुरू कर दी थी। 8-10 दिन में योजना बनाकर सभी राज्यों को अडवाइजरी जारी कर दी कि आगे स्थिति बिगड़ती है तो कैसे संभालेंगे। एयरपोर्ट्स पर जांच शुरू कर दी। पीएम शुरू से हम लोगों के साथ हैं, वह खुद मॉनिटर कर रहे हैं।'
'सबको नहीं मिलता जीवन में ऐसा मौका'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारे स्वास्थ्यकर्मी अस्पतालों के अंदर जूझ रहे हैं, लोगों को सोशल डिस्टेंशिंग के लिए कहा जाता है, लेकिन डॉक्टर खतरा मोलकर भी काम कर रहे हैं। मुझे आप सब पर गर्व है। जो पूरी हिम्मत और मुस्तैदी के साथ अपना योगदान दे रहे हैं। उनके समर्पण में कोई कमी नहीं है। ऐसे चुनौती पूर्ण मौके भाग्यशाली लोगों के जीवन में आते हैं। आपको अपनी प्रतिभा, योग्यता, क्षमता दिखाने का मौका नहीं मिलता। आपको कोरोना वॉरियर बनने का मौका मिला है इसे आपना सौभाग्य समझिए।