रावण की बहन शूर्पणखा का श्राप भी बना उसकी मृत्यु का कारण


दूरदर्शन पर रामायण का फिर से प्रसारण शुरू हो रहा है, ऐसे में 80-90 दशक के इन टीवी सीरियल्स की बदौलत दूरदर्शन ने टीआरपी का एक नया रिकॉर्ड बनाया। रामायण में कल राम-रावण के युद्ध का एपिसोड प्रसारित किया गया था, जिसमें श्रीराम ने रावण का अंत कर दिया। वाल्मिकी रचित रामायण की बात करें, तो इसमें सीता हरण के अलावा रावण की मृत्यु के कई कारणों का उल्लेख किया गया है। इसमें से एक कारण है रावण की बहन शूर्पणखा का श्राप, जिसकी वजह से रावण ने सीता का हरण किया था। आइए, जानते हैं पौराणिक कहानी- 


शूर्पणखा राजा कालकेय के सेनापति से करती थी प्रेम
कहा जाता है कि विद्युतजिव्ह राजा कालकेय का सेनापति था। रावण हर राज्य को जीतकर अपने राज्य में मिलाना चाहता था, इस कारण रावण ने कालकेय के राज्य पर चढ़ाई कर दी थी। कालकेय का वध करने के बाद रावण ने विद्युतजिव्ह का भी वध कर दिया। कहा जाता है कि रावण यह बात नहीं जानता था कि उसकी बहन कालकेय सेनापति विद्युतजिव्ह से प्रेम करती है, इस वजह से रावण ने उसका भी वध कर दिया। जबकि कई पौराणिक कहानियों में माना जाता है कि रावण जानता था कि उसकी बहन को विद्युतजिव्ह से प्रेम है, इस कारण उसने उस योद्धा की हत्या कर दी।


शूर्पणखा को जब अपने भाई के इस कृत्य के बारे में पता चला तो वो क्रोध और दुख के मारे विलाप करने लगी और उसने दुखी मन से रावण को श्राप दिया कि मेरे कारण ही तुम्हारा सर्वनाश होगा और जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सीता हरण में शूर्पणखा ने सबसे मुख्य भूमिका निभाई थी। माना जाता है कि शूर्पणखा जानती थी कि राम भगवान विष्णु का रूप है। रावण को सीता हरण के लिए उकसाकर रावण की बहन ने अपने श्राप को सिद्ध किया।