लखनऊ में सब्जी वाले से सैकड़ों लोगों में वायरस फैलने का खतरा बढ़ा इलाके में फैली दहशत।
लखनऊ । कोरोना संक्रमण की मॉनिटरिंग व्यवस्था शहर में चरमरा रही है। कारण, संक्रमण मरीज में कहां से आ रहा है, यह कई मरीजों में रहस्य ही बना हुआ है। लिहाजा, डायरेक्ट संपर्क में आए परिजन व लोगों का ब्योरा भरकर कॉलम पूरा किया जा रहा है। ऐसे में अब सब्जी वाले में वायरस ने नई चुनौती खड़ा कर दी है।
लालबाग में मंगलवार को सब्जी विक्रेता में कोरोना की पुष्टि हुई है। ऐसे में इलाके में हड़कंप गया। सैकड़ों लोग उसके पास से सब्जी ले गए। लिहाजा, क्षेत्र में घर-घर डर पसरा हुआ है। वहीं सब्जी विक्रेता में वायरस कहां से आया। वह किस पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आया। सीएमओ की टीम दूसरे दिन भी पता नहीं कर सकी है। ऐसे ही विरहना निवासी केबल ऑपरेटर में कोरोना की पुष्टि हुई। उसके घर के छह सदस्यों में वायरस होने से अस्पताल में हैं। मगर, वायरस की जद में परिवार कैसे आया। सप्ताह भर बाद भी खुलासा नहीं हो सका। वहीं ट्रॉमा सेंटर की नर्स कोरोना की चपेट में कैसे आई। इसकी भी तहकीकात नहीं हो सकी है। ऐसे में जब संक्रमित मरीज का सोर्स ढूढ़े नहीं मिल रहा है, तो वायरस पर अंकुश लगा पाना मुश्किल होगा। इस संबंध में सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल को कई बार कॉल की गई तो रिसीव नहीं हुआ है।
परिवार वाले ठेले पर लगाते सब्जी, कई मोहल्लों में घूमे
लाल बाग निवासी संक्रमित सब्जी वाले घर हेल्थ टीम पहुंची। इस दौरान 11 सैंपल घर वालों के जुटाए गए। वहीं 38 इलाके के अन्य लोगों के सैंपल संग्रह किए गए। वहीं जब पता चला कि सब्जी वाले के घर के सदस्य ठेला लगाते हैं। वह कई मोहल्ले में सब्जी बेचने जाते हैं। ऐसे में हेल्थ टीम असमंजस में पड़ गई। वह सैंपल लेकर लौट आई। लिहाजा, सैकड़ों परिवार में संक्रमण फैलने का खतरा है। वहीं यदि परिवार में यदि कोई अन्य पॉजिटिव आया, तो स्थित भयावाह हो सकती है।
नक्खास में की गई सैंपलिंग
नक्खास निवासी नर्स के पड़ोस में भी कोरोना पहुंच गया। ऐसे में नक्खास में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। यहां भी 38 संदिग्ध लोगों के सैंपल जुटाए गए हैं। इलाके में वायरस को लेकर दहशत बनी हुई है।