लखनऊ । सदर इलाके में तेजी से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने के बाद पुलिस प्रशासन ने इलाके को व्यापक स्तर से सील करने का फैसला लिया है। संयुुुुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था नवीन अरोड़़ा़ के मुताबिक कसाई बाड़ा और उसके आसपास के इलाके को तीन भागों में सील किया जा रहा है। हॉट स्पॉट के अलावा उससे जुुड़े अन्य इलाके दो भाग में सील होंगे। सदर इलाके में कम्यूनिटी किचन में खाना बांट रहा एक जनप्रतिनिधि कोरोना संक्रमित पाया गया है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन की टीम ने यह फैसला लिया है।
कैंट सीईओ अमित मिश्र ने बताया कि एक जनप्रतिनिधि ने एक अप्रैल को खाने के पैकेट बंटवाए थे। यहां जमाती का मामला सामने आने पर इसको दो अप्रैल को घर भेज दिया गया था। परसो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रसोई से जुड़े 35 अन्य लोगो की जांच हुई थी। जिनमे बाकी सब निगेटिव निकले। अगले आदेश तक रसोई बंद कर दी गई है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था ने बताया कि नगर निगम की टीम बेरिकेडिंग करवा रही है। सुरक्षा के लिहाज से पूरे जनपद को पांच जोन में बांटा गया है। जोन के 14 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। चिंहित किए गए सभी 13 हॉट स्पॉट में करीब 70 कैमरे लगाए गए हैं। इनमें उत्तरी क्षेत्र में 21, पश्चिम में 30 और पूर्वी में 19 कैमरे शामिल हैं। सीसी कैमरों की मदद से पुलिस गलियों में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेगी। हॉट स्पॉट इलाकों में पुलिस बल की संख्या बढा दी गई है। नगर निगम के अलावा सीईओ कैंट भी इलाके को सेनेटाइज करा रहे हैं। छानबीन में पता चला है कि कम्यूनिटी किचन में काम करने वालेे संक्रमित युवक ने छह स्थानों पर खाना बांटा था। वहीं सदर इलाके का एक अन्य संक्रमित युवक ने अलग अलग राज्यों में यात्रा की थी। पूछताछ में युवक ने बताया है कि वह तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र से लौटा था। इसके बाद वह सदर के अली जान मस्जिद में जमातियों से मिला था। युवक के संपर्क में करीब 60 से अधिक लोग आए हैं, जिनके बारे में पता लगाया जा रहा है।
सील इलाकों में राशन की समस्या
हॉट स्पॉट इलाकों में लोगों को राशन, दूध व अन्य जरूरी सामान मिलने में समस्या आ रही है। बुधवार को भी कई लोगों ने इसकी शिकायत की। इसको देखते हुए सदर इलाके में सामान पहुंचाने वाले लोगों की संख्या बढा दी गई है। राशन, सब्जी, दूध, फल व दवाई पहुंचाने के लिए कुछ लोगों की टीम लगाई गई है, जाेे पैैैकेट के माध्यम से आवश्यक सामान सील इलाकों में लोगों को पहुंचा रहे हैं। जिला प्रशासन ने इल इलाकों में सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
326 लोग क्वारंटाइन हैं अभी
आंकड़ों के मुताबिक अभी तक आठ सेंटरों में कुल 326 लोग क्वारंटाइन हैं। इससे पहले करीब 680 लोग क्वारंटाइन होकर अपने घर जा चुके हैं। इनमें केजीएयू, पीजीआइ, जीआरजी मेडिकल कॉलेज बीकेटी और रामसागर मिश्र चिकित्सालय व एक अन्य शमिल हैै। संदिग्ध मरीजों को लगाजार क्वारंटाइन किया जा रहा है। पुराने लखनऊ और सदर इलाके में लोगों के संक्रमित होने की संख्या में बढ़़ा़ेेेेेतरी की आशंका को देखते हुए कुछ और सेंटर बढ़़ाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा ग्रामीण में एक क्वारंटाइन सेंटर और एक आइशोलेशन वार्ड अलग से बनाया गया है। इसमें 37 इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर तथा 158 सिपाहियों की डयूटी लगाई गई है।
56 लोगों के संपर्क में आए 2745 लोग
जेसीपी कानून व्यवस्था के नेत्रत्व में जमातियों और संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों की पड़ताल की गई ताेे चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। छानबीन में सामने आया कि 56 लोगों के संपर्क में अब तक कुल 2745 लोग आ चुके हैं। इनमें 2600 से अधिक लोगों को पुलिस ने ट्रैस कर लिया है। सर्विलांस के जरिए पुलिस पूरे मामले पर नजर रख रही है। जानकारी में आया है कि जमातियों में सभी मोबाइल फोन कर इस्तेमाल नहीं करते हैं। चार लोगों के समूह में कोई एक व्यक्ति फोन रखता था। सर्विलांस के जरिए 31 मोबाइल फोन की सीडीआर के माध्यम से 255 लोगों को ट्रैस किया गया, जाेे जमातियों के संपर्क में आए थे। इन्हें क्वारंटाइन किया गया है।
जमाती और उनके संपर्क में आए अब तक कुल 87 संक्रमित
राजधानी में बुधवार तक जमाती और उनके संपर्क में आए कुल 87 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 22 जमाती हैं और इनके संपर्क में आए 64 लोग शामिल हैं। इसके अलावा एक व्यक्ति दिल्ली से लखनऊ आया था। पुलिस के मुताबिक आगामी एक सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण है। खासकर सदर इलाके में संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़ोतरी के मददेनजर वहां रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सैंपल लेने की तैयारी की जा रही है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और नगर निगम के कर्मचारी इलाके में मुस्तैद नजर आए।