लखनऊ। ट्रॉमा के किटिकल केयर मेडिसिन (सीसीएम) विभाग में जो नर्स कोरोना संक्रमित मिली उस विभाग के मरीजों की सांसें सोमवार को थम गईं। दोनों मरीज वेंटिलेटर पर थे। इन मरीजों की कोरोना जांच कराई गई थी। लिहाजा रिपोर्ट आने तक शव परिवारीजनों को नहीं सौंपे गए। कोरोना की रिपोर्ट आने के बाद शव परिवारीजनों के सुपुर्द किए जाएंगे।सीसीएम विभाग में तैनात संविदा नर्स में रविवार को कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसलिए विभाग के 86 डॉक्टर, कर्मचारी और भर्ती मरीजों के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए थे। इनमें 80 लोगों की जांच रिपोर्ट आ गई है। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव है। इसी दौरान दो मरीजों की मौत हो गई। इनमें एक महिला मरीज को क्वीनेमरी से गंभीर अवस्था में लाया गया था। डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा था। सीसीएम के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाश अग्रवाल के मुताबिक जहरीला पदार्थ खाने के बाद गंभीर अवस्था में पांच अप्रैल को एक पुरुष को भर्ती किया था। उनका इलाज भी वेंटिलेटर पर चल रहा था। इलाज के दौरान पुरुष की भी सांसें थम गई। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक दोनों मरीजों की कोरोना जांच कराई गई थी। लिहाजा जब तक कोरोना की जांच रिपोर्ट नहीं मिलती है तब तक शव परिवारीजनों के सुपुर्द नहीं किया जाएगा। उधर, परिवारीजनों का आरोप है कि शव को विशेष बैग में पैक करने में हीलाहवाली की गई। दो घंटे शव का पैकिंग नहीं हो सकी।
दो मरीजों की मौत, कोरोना रिपोर्ट के बाद सौंपा जाएगा शव