लखनऊ। लॉकडाउन में आवश्यक आपूर्ति की दुकानों तक पहुंचने वाले वाहनों को रोकने से व्यापारी परेशान हैं। व्यापारियों का कहना है कि जब तक राशन की दुकान तक वाहन नहीं पहुंचेंगे तो सामान की आपूर्ति कैसे की जा सकेगी। इसके लिए प्रशासन इन वाहनों को जाने की अनुमति दे।
दाल मिलर्स एसोसिएशन अध्यक्ष भारत भूषण गुप्त बताते हैं कि डालीगंज बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग को लागू कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने कुछ नए निर्देश जारी किए हैं। इसमें अब आधी बाजार एक दिन और आधी बाजार दूसरे दिन खुलेगी। लेकिन इसके साथ ही बाजार में किसी तरह के वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। ऐसे में जो दुकानदार या ग्राहक खरीदारी करने आएगा वह सामान को कैसे ले जाएगा। इस व्यवस्था से बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। ऐसे में प्रशासन को इस पर फिर से विचार करना चाहिए।
छापे मारकर व्यापारियों को कर रहे परेशान
लखनऊ व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता ने बताया कि जिस समय लॉकडाउन में आवश्यक आपूर्ति वाली दुकानें ही खुली हैं उन पर छापेमारी करके व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। उनका कहना है कि अगर कोई व्यापारी मुनाफाखोरी कर रहा है तो उसे सजा मिलनी चाहिए लेकिन उसी सामान में राशन के अलावा अगर कोई सामान बेचा जा रहा है तो उसे क्यों परेशान किया जा रहा है। वहीं मार्च से अभी तक सभी कार्यालय बंद हैं ऐेसे में बांटमाप वाली टीम भी इन्हीं दुकानों पर निरीक्षण करने पहुंच रही है और इन व्यापारियों का पांच से दस हजार रुपये तक चालान काट रही है। सवाल यह है कि जब कार्यालय ही नहीं खुले तो लाइसेंस कैसे रिनीवल होंगे। ऐसे में इन छापों को रोका जाना चाहिए।