नई दिल्ली। ई-कॉमर्स कंपनियां 20 अप्रैल से कोविड-19 हॉटस्पॉट के तहत नहीं आने वाले उपभोक्ताओं को मोबाइल फोन से लेकर रेफ्रिजेटर जैसे उत्पादों की आपूर्ति के लिए तैयार हैं। ई-कॉमर्स कंपनियों के अलावा ब्रांड भी लॉकडाउन की अवधि के दौरान बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं। राष्ट्रव्यापी बंद को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। हालांकि, सरकार ने इसमें कुछ छूट देते हुए कहा है कि कुछ स्थानों पर कुछ गतिविधियों की अनुमति होगी।
इस बारे में स्नैपडील के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी क्रेता-विक्रेताओं की जरूरत को पूरा करने के लिए अपने परिचालन को बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
प्रवक्ता ने कहा, ''इस दौरान गर्मियों के कपड़ों, रसोई के सामान, छोटे उपकरणों मसलन हैंडसेट, स्कूल के काम के लिए टैबलेट, होम प्रिंटर, प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की किताबों आदि की काफी मांग रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारे करीब 50 प्रतिशत विक्रेता परिचालन शुरू करने की स्थिति में होंगे।
अमेजन के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी उपभोक्ताओं की तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने और आर्थिक गतिविधियों में भागीदारी की तैयारी कर रही है।
उपभोक्ता मंत्रालय ऐसे आवश्यक सामान की सूची को अंतिम रूप दे रहा है, जिसे लॉकडाउन के बीच ई कॉमर्स कंपनियां उपभोक्ता के घर तक पहुंचा सकती है। फ्लिपकार्ट, अमेजन जैसी कंपनियां आवश्यक वस्तु मसलन, दाल, चावल, आटा, बिस्कुट और किराना को दूसरे जरूरी सामान की आपूर्ति कर रही हैं।
उपभोक्ता मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम लॉकडाउन के बीच लोगों को उनकी जरूरत का सभी सामान पहुंचाना चाहते हैं। अभी तक ई कॉमर्स कंपनियों को आवश्यक वस्तु मसलन, दाल, चावल, आटा, बिस्कुट और किराना को दूसरे जरूरी सामान की आपूर्ति की अनुमति दी गई थी। पर कई दूसरे ऐसे जरूरी सामान हैं, जिनकी आपूर्ति बनाए रखना भी बेहद जरूरी है। बिजली के बल्ब सहित कई सामान ऐसे हैं, जो बेहद जरूरी हैं।