यूनिवर्सिटी मनमर्जी से नहीं शुरू कर सकेंगे कोई भी नया कोर्स

यूजीसी ने विश्वविद्यालय को यह निर्देश उस समय दिया है जब ज्यादातर विवि को वह स्वायत्ता देने में जुटी हुई है।



नई दिल्ली। नए शैक्षणिक सत्र के शुरु होने से पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने देश भर के विश्वविद्यालयों को नए कोर्स शुरु करने को लेकर सतर्क किया है। साथ ही कहा है कि बगैर अनुमति के ऐसा कोई भी नया कोर्स नहीं शुरु हो सकता है। फिर भी यदि कोई नए कोर्स की जरूरत है, तो उसके लिए छह महीने पहले ही अनुमति लेना जरुरी है।


यूजीसी ने देश भर के विश्वविद्यालयों को यह निर्देश उस समय दिया है, जब स्वायत्त का दर्जा प्राप्त कई विश्वविद्यालयों में मिलते-जुलते पाठ्यक्रम वाले नए-नए कोर्स शुरु किए गए है। यूजीसी का मानना है कि इन नए डिग्री कोर्सो से भ्रांतियां फैल रही है। साथ ही उन डिग्रियों को लेकर दूसरे देशों में नौकरी के लिए जाने पर उन्हें अमान्य भी किया जा रहा है। ऐसे में छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है। छात्रों की इन्ही परेशानियों को देखते हुए विश्वविद्यालयों को पहले ही सतर्क किया गया है।


छात्रों के सामने खड़ी होने लगी समस्याएं


यूजीसी ने विवि को यह निर्देश उस समय दिया है, जब ज्यादातर विवि को वह स्वायत्ता देने में जुटी हुई है। इसके तहत कोई भी विवि अपने जरूरतों और मांग के मुताबिक कोई भी कोर्स शुरु कर सकती है। लेकिन देखने को मिल रहा है, उसके तहत इस व्यवस्था के बाद कई विवि ने यूजीसी से बगैर अनुमति लिए ही अलग-अलग नामों से नए डिग्री कोर्स शुरु कर दिए। जो यूजीसी से प्रमाणित नहीं थी। ऐसे में इन डिग्रियों के अमान्य होने पर छात्रों के सामने समस्याएं खड़ी होने लगी है।


यूजीसी का कहना है कि छात्रों की इन्हीं समस्याओं को समझते हुए नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले ही उन्हें नए कोर्सो को लेकर सतर्क किया गया है। यूजीसी ने इस संबंध में सभी विवि के कुलपतियों को पत्र लिखा है। जिसमें यूजीसी ने मान्य डिग्री कोर्सो को ही शुरु करने का सुझाव दिया है।