ठंड में बहुत फायदेमंद है तिल, तिल में होता है दूध से भी ज्यादा कैल्शियम


ठंड के दिनों में तिल का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद बताया गया है। इसकी तासीर गर्म होती है। इसे गुड़ के साथ खाया जाए तो स्वाद के साथ सेहत बनती है। ‘तिल के बीज में विटामिन बी 6, खनिज, कैल्शियम, मैग्निशियम, फास्फोरस, तांबा, जस्ता, फाइबर और ट्रिप्टोफैन होता है। आयुर्वेद में इसके कई औषधीय गुण बताए गए हैं, जिनसे कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है।’ तिल में दूध से भी ज्यादा कैल्शियम होता है। 100 ग्राम दूध में जहां 125 मिलीग्राम कैल्शियम होता है, वहीं 100 ग्राम तिल में इसकी मात्रा 975 मिली है।


तिल के फायदे : हायपरटेंशन, कैंसर, डायबिटीज से मुक्ति


तिल के नियमित सेवन से कई बीमारियां दूर होती हैं। इनमें हायपरटेंशन, डायबिटीज, कैंसर शामिल हैं। डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, तिल के बीज में पाया जाने वाला प्राकृतिक तेल हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल को कम करता है। इससे कार्डियोवेस्कुलर सिस्टम पर तनाव कम होता है। साथ ही मैग्निशियम हायपरटेंशन कम करने में सहायक होता है जो तिल में प्रचूर मात्रा में पाया जाता है।


तिल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कैंसर के खतरे को कम करते हैं। तिल के बीज ल्यूकेमिया, स्तन कैंसर, पेफड़े के कैंसर, अग्नाशय के कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर को दूर रखने में मददगार होते हैं।


तिल में मौजूद मैग्निशियम से डायबिटीज में मदद मिलती है। तिल का नियमित सेवन टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए दवा का काम करता है। इससे डायबिटीज मरीजों में कार्यक्षमता बढ़ती है और इंसुलिन तथा ग्लूकोज के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।


तिल में जस्ता, कैल्शियम और फास्फोरस होता है, जिससे इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके अलावा तिल के सेवन से पाचन सुधरता है। यह तिल में मौजूद फाइबर के कारण होता है, जो कब्ज दूर सकता है।


तिल में सूजन दूर करने के गुण होते हैं। इसमें तांबे की उच्च मात्रा जोड़ों, हड्डियों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है। साथ ही इससे गठिया का दर्द दूर किया जा सकता है। इसमें मौजूद तांबा ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। तिल का सेवन मुंह के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। तिल का तेल मुंह में रखकर चारों तरफ घुमाएं। इससे मुंह के बैक्टीरिया मर जाते हैं। 


काले तिल में लोहे की मात्रा अधिक होती है। इसलिए यह एनिमिया के मरीजों के लिए रामबाण दवा है। तिल का तेल धमनियों को सख्त होने से रोकता है। इस तरह यह हार्ट के लिए भी बहुत उपयोगी है। तिल में मौजूद पोषक तत्व तनाव दूर करते हैं।


सौंदर्य भी बढ़ाती है तिल


तिल के तेल को सुंदरता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। तिल के तेल की मालिश करने से त्वचा दमकती है। खासतौर पर नाक के आसपास मालिश करने से झुर्रियां नहीं पड़ती हैं।   तिल के बीज में ओमेगा-3, ओमेगा-6 और ओमेगा-9 जैसे जरूरी फैटी एसिड होते हैं जो बाल बढ़ाने में फायदेमंद है। तिल का तेल एक तरह से बालों के लिए कंडिशनर का काम करता है। 


कुछ लोग तिल को पचा नहीं पाते हैं। साथ ही इसका सेवन दूध के साथ नहीं करना चाहिए। यदि तिल से एलर्जी है तो सेवन करने से बचना चाहिए या डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।