आप के नेता सौरभ भारद्वाज ने सीएम केजरीवाल के नामांकन प्रकिया में हुई देरी पर भाजपा पर आरोप लगाया है।
नई दिल्ली । काफी देर से दिल्ली के सीएम केजरीवाल अपने नामांकन के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर में इंतजार के बाद नामांकन दाखिल कर पाए। इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप हो रहा है। आप के दो नेताओं ने इसको लेकर मोर्चा खोला। सौरभ भारद्वाज और गोपाल राय ने इसे लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है।
सौरभ भारद्वाज ने भाजपा को बताया जिम्मेदार
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने नामांकन प्रकिया में हो रही देरी पर कहा कि आरओ ऑफिस में 35 उम्मीदवार हैं जो बिना पेपर के नॉमिनेशन करने के लिए बैठे हैं। उनके पास उचित दस्तावेज नहीं है। वे जोर दे रहे हैं जब तक कि उनके कागजात पूर्ण और नामांकन दाखिल नहीं होते हैं, वे सीएम केजरीवाल को नामांकन दाखिल करने की अनुमति नहीं देंगे। भारद्वाज ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इस सब के पीछे भाजपा का हाथ है।
केजरीवाल ने कहा मैं इसे एन्जॉय कर रहा हूं
सीएम केजरीवाल ने देरी पर ट्वीट करते हुए कहा कि नामांकन करने में कई लोग पहली बार पर्चा भर रहे हैं। इसलिए गलतियां हो रही है। हमने भी पहली बार गलतियां की थी। देर होने के कारण हो रही परेशानी की जगह उन्होंने कहा कि मैं इसे एन्जॉय कर रहा हूं। ये सभी मेरे परिवार का हिस्सा हैं।
गोपाल राय ने इशारों में कसा तंज
केजरीवाल के नॉमिनेशन की देरी पर आप नेता गोपाल राय ने कहा कि आज बिना कागज के लोग आकर लाइन में खड़े हो गए हैं। इससे मेरे मन में प्रश्न आ रहा है कि यह सब गेम प्लान है। उन्होंने बिना नाम लिए विपक्षी पार्टियों पर तंज कसते हुए कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे। अब कुछ करने की हालत तो बची नहीं है, इसलिए इतना ही सही। उन्होंने साफ किया कि एक बजे की जगह छह बजे होगा मगर नॉमिनेशन होगा।
काफी इंतजार के बाद हुआ नामांकन
इधर एएनआइ के द्वारा मिली ताजा जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से काफी लंबे इंतजार के बाद नामांकन दाखिल कर पाए। केजरीवाल अभी भी रिटर्निंग ऑफिसर के पास वह बैठकर घंटो इंतजार किया। उनके पास टोकन नंबर 45 था। उनसे पहले कई निर्दलीय नामांकन के लिए पहुंचे, इस कारण वहां काफी भीड़ हो गई थी। ऐसे में सभी को इंतजार करना पड़ा।
माता-पिता के साथ आए थे केजरीवाल
बता दें कि सोमवार को भी अरविंद केजरीवाल नामांकन के लिए निकले थे मगर वे समय रहते नहीं पहुंच सके थे इस कारण वह नामांकन मंगलवार को दाखिल किया। कजरीवाल नामांकन दाखिल करने अपने माता-पिता के साथ आए थे। हालांकि कुछ देर बाद ही उनके माता-पिता वहां से निकल गए।
बेटे को दिया आशीर्वाद
बाहर जाते समय जब वह मीडिया से मुखातिब हुए तब वह बोले अंदर काफी भीड़ है नामांकन दाखिल करने में काफी समय लगेगा। इसलिए हम जा रहे हैं। वहीं जाते-जाते उन्होंने अपने बेटे अरविंद केजरीवाल को और बेहतर प्रदर्शन के लिए आशीर्वाद दिया। इस बार दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2020, आठ फरवरी को होने वाले हैं और मतगणना 11 फरवरी को होगी। नामांकन के लिए मंगलवार को आखिरी तारीख है इसलिए नामांकन दाखिले के लिए काफी भीड़ जमा है।