ब्रेकफास्ट से जुड़ी भ्रांतियां और उनके पीछे का सच

क्या ब्रेकफास्ट करना इतना जरूरी है? नाश्ते में चाय-बिस्किट चलेगा क्या? नाश्ता न करने से वजन कम होता है क्या? अगर आपके मन में भी ऐसी दुविधाएं हैं तो वक्त है इन्हें दूर करने का।



नाश्ते को अंग्रेजी में 'ब्रेकफास्ट' कहा जाता है। यह अपने आपमें एक संदेशवाहक शब्द है, जो हमें बताता है कि रात के खाने के बाद शुरू किया व्रत सुबह जल्द से जल्द तोड़ो। नाश्ते से शरीर को दिनभर पोषण मिलता है साथ ही दिनभर काम के लिए जरूरी एनर्जी भी। लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि नाश्ता न करके वो तेजी से अपना वजन कम कर सकते हैं। तो नाश्ते से जुड़ी कुछ और ऐसी ही भ्रांतियां हैं, जिन्हें दूर करना है जरूरी। तो देर किस बात की, आइए जानते हैं इन्हें....


1. भ्रांति: नाश्ता करने या न करने से कोई फर्क नहीं पड़ता।


हकीकत: अध्ययनों से पता चला है कि पौष्टिक नाश्ता शारीरिक व मानसिक क्षमता को बढ़ाता है।


2. भ्रांति: चाय-बिस्कुट नाश्ते का एक आसान विकल्प है।


हकीकत: चाय-बिस्कुट संतुलित नाश्ते का विकल्प नहीं हो सकता है। यह उनके साथ अधिक होता है, जो रात को अगले दिन के नश्ते की तैयारी नहीं करते हैं। अगर सुबह समय का अभाव हो तो नाश्ता रात में ही बनाकर रख लें। सुबह केवल उसे गर्म करने का ही काम रह जायेगा। पौष्टिक नाश्ते को अपनी जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बनाएं।


3. भ्रांति: नाश्ता न करने से वजन घटाने में आसानी होती है।


हकीकत: यह सोच उलटी पड़ सकती है, क्योंकि सुबह नाश्ता करने से रातभर में धीमी पड़ी मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है, जो कि कैलोरीज बर्न करने में मददगार होता है। नाश्ता न करने से बाद में तेज भूख लगने पर हम एक बार में बहुत अधिक मात्रा में खाना खा लेते हैं, जो कि शरीर में चर्बी के रूप में एकत्र होने लगता है।


4. भ्रम: केवल मट्ठा, दूध, अंकुरित दालें और फल सबसे पौष्टिक नाश्ता है।


हकीकत: नाश्ते के समय शरीर को सबसे अधिक ऊर्जा व पोषण की आवश्यकता होती है, क्योंकि रात का खाना खाए हुए काफी समय हो जाता है। इस समय सभी खाने के समूह सम्मिलित करने चाहिए, क्योंकि नाश्ते के समय शरीर पोषक तत्वों का तेजी से उपयोग करता है और कम से कम खाना चर्बी के रूप में जमा होता है।


5. भ्रम: नाश्ते में केवल प्रोटीन लेना पर्याप्त होता है।


हकीकत: यह जानना आवश्यक है कि हमारी बॉडी प्रोटीन का उपयोग शरीर निर्माण में तभी करती है जब हम इसे कार्बोहाइड्रेट जैसे अनाज, सब्जियों और फल के साथ ग्रहण करते हैं। एक बार में बहुत अधिक प्रोटीन लेना किडनी के लिए भी हानिकारक हो सकता है।