आवाज से तेज गूंजेगी सुपरसोनिक और जगुआर की गर्जना

डिफेंस एक्सपो 2020 में बेंगलुरु में होने वाले एयर शो की दिखाई जाएगी तस्वस्वीर हैवी लिफ्ट बैटल हेलीकॉप्टर चिनूक और एएएल भी करेंगे प्रदर्शन।



लखनऊ । बेंगलुरु में होने वाले एयर शो की एक तस्वीर लखनऊ के आसमान में भी पहली बार दिखाई देगी। डिफेंस एक्सपो 2020 के तहत पांच से नौ फरवरी तक वृंदावन योजना के सेक्टर 15 में सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई सू-30 और जगुआर की गर्जना से आसमान मानों थर्रा उठेगा। हैवी लिफ्ट बैटल हेलीकॉप्टर चिनूक और एएएल के तैयार एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर के साथ चेतक जहां अपना प्रदर्शन करेगा। वहीं, जमीन पर टी-90 टैंक और अरजुन टैंक के साथ बीएमपी की दस्तक भारतीय सेना की ताकत का एहसास कराएगी। मेक इन इंडिया अल्ट्रालाइट होवित्जर गन धनुष की मारक क्षमता को दुनिया देखेगी। यह विश्व की सबसे लंबी दूरी तक वार करने वाली आर्टीलरी गन में से एक है। डिफेंस एक्सपो के साथ लखनऊवासियों का रोमांच भी बढ़ गया है।


अजरुन टैंक


डीआरडीओ ने स्वदेशी तकनीक से चार क्रू वाले अजरुन टैंक को तैयार किया है। यह टैंक अधिकतम 70 किमी. प्रति घंटे की गति से दौड़ सकता है। इसकी 120 एमएम गन एक मिनट में छह राउंड तक फायर कर सकती है।


चेतक: इस लाइट यूटीलिटी हेलीकॉप्टर को एचएएल ने बनाया है। भारतीय सेना जहां कारगिल जैसे विषम हालात में इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल सर्च एंड रेस्क्यू में करती है। वहीं, नौसेना के युद्ध पोत पर भी इसकी तैनाती समुद्र में रेकी के लिए की जाती है।


एमआइ-17: यह भारतीय वायुसेना के आधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में से एक है। नेवीगेशनल उपकरणों व मौसम राडार सहित मीडियम लिफ्ट इस हेलीकॉप्टर को बड़े ऑपरेशन में कमांडों व स्माल हथियार भेजने के लिए किया जाता है।


जगुआर: यह वायुसेना के स्ट्राइक लड़ाकू विमानों में से एक है। आधुनिक राडार से लैस यह विमान 1350 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ान भर सकता है। दुश्मन पर हमला करने के लिए इस विमान में गन लगी है। साथ ही यह अपने साथ बड़े बम ले जाने की क्षमता रखता है।


सारंग: यह ध्रुव हेलीकॉप्टरों से लैस भारतीय वायुसेना के पायलटों की एक टीम है। एचएएल ने ध्रुव को तैयार किया था। ध्रुव की गति और संतुलन बनाकर रोमांचक प्रदर्शन करने वाली यह टीम है।


सुखोई एसयू-30: तीन इंजनों वाला यह फाइटर विमान 30 एमएम गन से लैस है। यह विमान एयर टू एयर मीडियम रेंज की मिसाइल अपने साथ ले जा सकता है। इसकी अधिकतम गति 2500 किमी. प्रति घंटा है।


बीएमपी: 30 एमएम ऑटो कैनन गन से लैस यह इंफेंट्री फाइटिंग व्हिकल तीन क्रू के साथ सात जवानों को अपने साथ ले जा सकता है। एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल व ग्रेनेड लांचर भी इस बीएमपी की क्षमता बढ़ाते हैं।


धनुष: अल्ट्रालाइट होवित्जर गन धनुष को पिछले साल दीपावली पर ही भारतीय सेना में शामिल किया गया। यह 155/45 एमएम आर्टीलरी गन 38 किलोमीटर तक एक मिनट में चार राउंड फायर कर सकती है।


डोनियर: एचएएल ने 19 सीटों की क्षमता वाले इस लाइट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को तैयार किया है। सर्च एंड रेस्क्यू में अधिक इस्तेमाल होने वाला डोनियर अधिकतम 428 किमी. प्रति घंटे की गति से उड़ान भर सकता है।


चिनूक: यह डबल इंजन वाला हेलीकॉप्टर है, जो भारी आर्टीलरी गन जैसे हथियार व 9.6 टन का भार उठा सकता है। इसमें दुश्मनों के टारगेट को नेस्तेनाबूत करने वाली गन भी हैं। यह दुर्गम सीमा क्षेत्र पर मध्यम आम्र्ड वाहनों को ले जाता है।


टी-90: यह भारत का सबसे आधुनिक टैंक है, जिसने विश्व स्तरीय प्रतियोगिता टैंकाथॉन में भारतीय सेना का नाम रोशन किया है। टी-90 टैंक में 125 एमएम की स्मूथ बोर गन है। बिना अतिरिक्त ईंधन के यह टैंक एक बार में 60 किमी. प्रति घंटे की गति से 650 किमी. तक की दूरी तय कर सकता है।