आंध्र प्रदेश की विधानसभा में सोमवार शाम को तीन राजधानियों का प्रस्ताव पारित हो गया।
अमरावती । आंध्र प्रदेश की विधानसभा में सोमवार शाम को तीन राजधानियों का प्रस्ताव पारित हो गया। इसके खिलाफ राज्य विधानसभा के बाहर पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू धरने पर बैठ गए। बाद में चंद्रबाबू नायडू को पुलिस ने हिरासत में लेकर उनके आवास पर पहुंचाया। पूर्व सीएम अमरावती के गांवों में जाना चाहते थे। हंगामा करने के कारण तेलुगू देशम पार्टी के 17 विधायकों को निलंबित कर दिया गया। इन विधायकों पर आंध्र सीएम जगमोहन रेड्डी के संबोधन के दौरान हंगामा करने का आरोप है।
आंध्र प्रदेश में 3 राजधानियां बनाने के प्रस्ताव के खिलाफ चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं है जहां 3 राजधानियां हैं। यह एक काला दिन है, हम अमरावती और आंध्र प्रदेश को बचाना चाहते थे। केवल मैं नहीं, पूरे राज्य में लोग इसके खिलाफ लड़ रहे हैं और सड़कों पर हैं। सरकार सबको गिरफ्तार कर रही है। यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
विधानसभा में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि एन चंद्रबाबू नायडू ने अपने पूरे भाषण में झूठ बोला। शिवरामकृष्ण समिति ने स्पष्ट रूप से कहा कि विकास किसी एक जगह तक सीमित नहीं होना चाहिए। चंद्रबाबू नायडू ने झूठ बोला कि उन्होंने समिति की रिपोर्ट का पालन किया। उन्होंने जो चाहा, एकतरफा किया। रिपोर्ट में नई राजधानी के निर्माण का विरोध किया गया। उन्होंने पूंजी को एक रियल एस्टेट उद्यम बनाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि राज्य को विकास और कल्याण कार्यक्रमों की आवश्यकता है। अकेले पूंजी पर लाखों करोड़ों रुपये खर्च करना संभव नहीं है। मैंने सभी जातियों के समर्थन से 151 सीटें जीतीं, मेरे लिए सभी बराबर हैं। मैं सभी क्षेत्रों का विकास चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि मुझे अमरावती से कोई गुरेज नहीं है। हम अमरावती के साथ विधायी राजधानी के रूप में जारी हैं। विशाखापत्तनम कार्यकारी राजधानी होगी और कुरनूल न्यायिक राजधानी होगी।